खुजली से निर्वाण तक

एक ज़रूरी शब्दकोश

जीवन खुजली है।
खुजली का अनुभव दुख है।
खुजाने का अनुभव सुख है।

Photo by Marcel Heil on Unsplash

खुजाने से खुजली मिट जाएगी ऐसा मानना माया है।
खुजाने के लिए जमा किए गए साधन संपत्ति है,
जिसके पास यह संपत्ति नहीं वो गरीब है।

Photo by Steve Mushero on Unsplash

खुजाने के लिए किसी साथी की तलाश कामना है,
ऐसे साथी से हमारा लगाव मोह है,
पारस्परिक रूप से खुजाने का प्रबंध परिवार है।

Photo by Jonathan Borba on Unsplash

खुजली पर पनपने वाली व्यवस्था समाज है।
समाज से मिले दायित्व कर्तव्य हैं।
ग़रीबों को खुजाना सामाजिक सेवा है।

Photo by Elyse Chia on Unsplash

खुजाने से बने ज़ख़्म आदत हैं,
आदत में खुजाते चले जाना बेहोशी है,
बेहोशी में जीना मृत्यु है।

Photo by Inspa Makers on Unsplash

खुजाने के मजे से ऊब जाना वैराग्य है,
वैराग्य में खुजली को देखना आत्म अवलोकन है,
आत्म अवलोकन में आत्म को न पाना शून्यता है।

Photo by Sage Friedman on Unsplash

शून्यता में बने रहना निर्वाण है,
निर्वाण में खुजली से अपनी पहचान न जोड़ना शांति है।
इस शांति को दूसरों में बाँटना प्रेम है।

Photo by Lahiru Supunchandra on Unsplash
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